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बिछङते वक्त

Surinder Kaur Author Praneta

बिछड़ते वक्त हम
दोनो की आँखो
मे आँसू थे।
चल पड़े थे हम
अपनी अपनी ड़गर।
फिर अचानक
मुड़ कर कहा था।
तूने,”सुनो,एक बार
मुस्करा दो”।
और
मुस्करा दी थी मै।
आखिर बात तुम्हारी
खुशी की थी
Surinder kaur

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