Who is the best swimmer in the world?
Who is the first Indian swimmer?
Who is the youngest international swimmer?
” कल पेपर है.. तुम्हारा, general knowledge का! इनके उत्तर फ़टाफ़ट याद करो.. मैं तुम लोगों से थोड़ी देर से पूछती हूँ!”।
” अरे! रुको तो.. माँ! क्या तुम्हें आती है.. स्विमिंग!”।
सवाल के जवाब में चेहरे पर लम्बी सी मुस्कुराहट लिए.. मैं पिताजी की पीठ पर बैठ, स्विमिंग पूल में deep water में सैर करने लगी थी.. बचपन में कुछ ज़्यादा ही मोटी थी, तो पिताजी ज़्यादा देर तक अपनी पीठ पर न बैठा कर, मुझे पूल में shallow water में ले जाकर छोड़ दिया करते थे।
Shallow water में दीवार को पकड़ ख़ुद ही crossing cross खेलती रहा करती थी।
दरअसल जब हम कलकत्ता में रहते थे.. तो हर इतवार पिताजी हमें स्विमिंग पूल ले जाया करते थे.. भाइयों ने तो मस्त तैराकी सीख डाली थी.. ऊँचाई से dive वगरैह लगाने लगे थे.. पर डूबने के डर से मैं तो कभी पिताजी की पीठ से उतरी ही नहीं!
अब लाड़-प्यार के कारण पिताजी ने भी कभी मुझ से तैराकी सीखने की ज़िद्द नहीं की.. अपनी हिम्मत और मेरे वज़न को देखते हुए.. मुझे अपनी पीठ पर जितना बन पड़ता.. सैर करा दिया करते थे।
आज मुझे कलकत्ता के उस स्विमिंग पूल के चेंजिंग रूम में.. स्विमिंग कॉस्ट्यूम पहन कर.. पूल में मस्ती मारना याद आ गया था।
तैराकी-शेराकी तो मैं कभी नहीं सीख पाई थी.. पर पिताजी की पीठ पर सवार होकर deep water में सैर करना.. ख़ूब याद रह गया था।
मुझे स्विमिंग आती है, कि नहीं! वाले बच्चों के सवाल के जवाब में मुस्कुराते हुए.. यह नानाजी की पीठ पर सवार होकर स्विमिंग पूल की सैर का क़िस्सा ज़रूर सुना डाला था।