राष्ट्रिय स्वयमसेवक संघ अपनी दृष्टि, कार्य प्रणाली संरचना एवं कार्ययोजना की दृष्टि से वर्तमान में हिंदुस्तान का प्रमुख एवं प्रभावी संगठन है. यह अपनी गैर-राजनैतिक प्रवृति को बनाय रखने के साथ-साथ समाज सेवा शिक्षा, विज्ञान, कृषि, श्रम, सूचना, धर्म संस्कृति आदि सेवा में कार्य करने वाले विविध संगठनों का सूत्रधार तथा केन्द्रीय शक्ति है. इस प्रकार राष्ट्रिय स्वयमसेवक संघ की दृष्टि एवं कार्यशैली अन्य स्वयं सेवी संगठनों से भिन्न प्रवृति की है. यह गैर राजनैतिक संगठन होते हुए भी विभिन्न राजनैतिक संगठनों का नियंत्रक एवं मुद्रिका संगठन है. राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ हिंदुत्व की मूल मान्यता के अनुरूप अपने कार्यों का संपादन करता है. परन्तु राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ के अनुसार हिंदुत्व का अभिप्राय किसी पंथ मजहब आदि से न होकर सांस्कृतिक संदर्भ पर आधारित है. स्वयमसेवक संघ की मान्यता के अनुसार आनादी काल से भारत भूमि पर विधमान तथा प्रवाहमान सनातन संस्कृति से जुड़े वे समस्त लोग हिन्दू हैं, जो भले ही विविध पंथ एवं उपासना पद्धति को मानते हों परन्तु जिनके पूर्वज अनादी सनातन प्रवाह के अंग रहे हैं. भले ही उत्तरवर्ती पीढ़ी ने भिन्न उपासना पद्धति को क्यों ना स्वीकार कर लिया हो. इस प्रकार स्पष्ट है की राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ हिन्दू तथा हिंदुत्व को सांस्कृतिक सन्दर्भ में प्रयोग करता है.
संघ द्वारा परंपरागत संचार प्रक्रिया के आलावा आधुनिक संचार प्रक्रिया को भी अपनाया गया है.