आचार्य चाणक्य द्वारा रचित ग्रन्थ “कौटिल्य अर्थशास्त्र” का ये संक्षिप्त संस्करण है| इसमें धर्म, समाज और राजनैतिक गूढ़ विषयों को अत्यंत सरलता से प्रस्तुत किया गया है. इस ग्रन्थ को पढने और समझने वाला व्यक्ति राजनीती का विद्वान बन जाता है. चाणक्य निति में कही गई बातें आपको एक व्यव्हार कुशल व्यक्ति बनने में भी सहायता करती हैं और आप इसके द्वारा किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त कर सकते हैं|