प्रेमाश्रम १९२२ में प्रकाशित मुंशी प्रेमचंद का प्रथम उपन्यास है. इसमें उन्होंने नागरिक जीवन और ग्रामीण जीवन में संपर्क स्थापित करते हुए राजनीती में भी पदार्पण किया है. वे अपने इस उपन्यास में भी पारिवारिक कथा का मोह नहीं छोड़ पाए हैं.
प्रेमाश्रम १९२२ में प्रकाशित मुंशी प्रेमचंद का प्रथम उपन्यास है. इसमें उन्होंने नागरिक जीवन और ग्रामीण जीवन में संपर्क स्थापित करते हुए राजनीती में भी पदार्पण किया है. वे अपने इस उपन्यास में भी पारिवारिक कथा का मोह नहीं छोड़ पाए हैं.