Site icon Praneta Publications Pvt. Ltd.

मै थक गया हूँ – काव्य संग्रह

mae thak gaya hun

“मै थक गया हूँ” काव्य मेरा प्रथम प्रयास है. बचपन से ही मुझे कविता से अनुराग था, रूचि थी, जो आगे चलकर मेरी जिंदगी का अभिन्न अंग बन गई, जिजीविषा का चिंतन-मनन और ह्रदय का स्पंदन बन गई. मैने जीवन में जो देखा, सुना, भोग, वाही इस संग्रह की कविताओं का मूलभाव है!

Exit mobile version