गुलिस्ताँ विश्व प्रसिद्द दार्शनिक शेख सादी की अमूल्य कृति है. एक इंसान को समाज में किस प्रकार व्यवहार करना चाहिए, उसे सांसारिक कुरीतियों से किस प्रकार बचना चाहिए, इश्वर प्रदत्त जीवन का समाज में किस प्रकार उपयोग करना चाहिए? अच्छे-बुरे, मित्र और शत्रु की पहचान किस तरह करनी चाहिए? यह सब समझना, सोचना एक साधारण मनुष्य के लिए आसान नहीं है. इन सबके विषय में शेख साडी ने अपने अनुभवों को शेरों के रूप में व्यक्त किया है.